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जिंदगी के रंग अनोखे होते है

जिंदगी के रंग अनोखे होते है

कभी पतझड़ तो कभी बासंती बहार
आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान
जीवन के है दो मजबूत आधार
मानव जीवन एक अनुत्तरित प्रश्न है
जिंदगी के रंग अनोखे होते है।
बचपन यौवन और जरा का रूप
विस्मय से भर देता है
मानव जीवन के रूप की ऐसी माया है
जिसे परिभाषित करना मुश्किल है
जिंदगी के रंग अनोखे होते है।
उलझनों में उलझी हुई है जिंदगी
जो मन को स्थिर कर लें वही ज्ञानी है
सभी से बस यही बात कहनी है
मानव जीवन है संघर्षों की स्वर्णिम गाथा
जिंदगी के रंग अनोखे होते है।
करें हम कुछ तुलनात्मक विचार
जिससे मिलें कुछ सकारात्मक विचार
कभी गरीबी तो कभी अमीरी दो पहलू है
ये मानव जीवन है अनमोल रंगीला
जिंदगी के रंग अनोखे होते है।
प्रकृति भी करवटे बदलती हैं
कभी सिंदूरी सुबह तो कभी अंधेरी रात
बड़ी बड़ी आशाएं लिए हम जन्म लिए है
पल दो पल का है हमारा जीवन
जिंदगी के रंग अनोखे होते है।

नूतन लाल साहू

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2 Comments

Varsha_Upadhyay

27-Apr-2024 11:03 PM

Nice

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Mohammed urooj khan

27-Apr-2024 11:58 AM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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